भारत की विदेश नीति पर मनमोहन सिंह ने क्या कहा?

 

भारत की विदेश नीति पर मनमोहन सिंह ने क्या कहा?

2019 में कोविड महामारी, 2020 में गलवान घाटी में भारत-चीन की हिंसक झड़प, 2021 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती और 2022 में यूक्रेन- रूस का युद्ध शुरू होना.

बीते कुछ साल विदेश नीति के लिहाज़ से भारत के लिए काफ़ी अहम रहे हैं.

मनमोहन सिंह ने 10 काल के शासन में कई जी-20 सम्मेलनों में हिस्सा लिया था. क्या विदेश नीति की भूमिका घरेलू राजनीति में बदली या बढ़ी है?

द इंडियन एक्सप्रेस से मनमोहन सिंह कहते हैं, ''मुझे ख़ुशी है कि रोटेशन के तहत जी-20 में भारत को अध्यक्षता करने का मौक़ा मिला और मैं भारत को जी-20 अध्यक्षता करते हुए देख रहा हूं. विदेश नीति हमेशा से भारत के शासकीय ढांचे का अहम हिस्सा रही है. मगर ये कहना सही रहेगा कि पहले की तुलना में अब विदेश नीति देश की राजनीति में ज़्यादा अहम और प्रासंगिक हो गई है.''

मनमोहन सिंह ने कहा, ''भारत दुनिया में कहां खड़ा है, देश की राजनीति में इसका मुद्दा बनना भी चाहिए मगर ये ज़रूरी है कि कूटनीति और विदेश नीति का निजी राजनीति या पार्टी के लिए इस्तेमाल ना किया जाए.''

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