माइंडफुलनेस और ध्यान
आज हम विशेष रूप से माइंडफुलनेस और ध्यान पर केंद्रित होंगे। इस ब्लॉग आर्टिकल में हम माइंडफुल जीवन जीने के नुकसान के बारे में देखेंगे, इसके अधिकांश लाभों के बारे में, और ध्यान के एक साधक के कुछ अनुभवों के बारे में सोचेंगे।
माइंडफुलनेस का अर्थ
माइंडफुलनेस एक आध्यात्मिक गति है जो आपको आपके परिवेष और आपके आस-पास जो कुछ भी होता है उसे स्वीकार करते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। इसका मतलब होता है आप जो कुछ भी महसूस करते हैं, वह उचित होता है और आप उसे स्वीकार करते हुए आगे बढऩे का प्रयास करते हैं। अगर आप कुछ भी ऐसा महसूस करते हैं जिससे आप असमंजस में होते हैं या जो आपको अनुभव करने में असफल हो जाता है तो उसे स्ट्रेस नहीं माना चाहिए। मगर इसके बजाय आपको माइंडफुलनेस का सहारा लेना चाहिए जो आपको अपनी स्थिति को संतुलित करने में मदद करता है।
माइंडफुल जीवन जीने के नुकसान
आज के भागदौड़ भरे जीवन में अक्सर हमारे जीवन में बहुत कम समय बचता है और इसके कारण हम शारीरिक और मानसिक तनाव में होते हैं। यह मानसिक तनाव हमारे आराम और प्रोडक्टिविटी को कम करता है। माइंडफुलनेस और ध्यान एक ऐसा समाधान है जो इस समस्या को खत्म करने में सहायता करता है।
माइंडफुलनेस अधिकांश लाभ
- न्यूरोन कनेक्शन को मजबूत करना
- शुद्ध सोचने की क्षमता को बढ़ाना
- शांति और स्थिरता का अनुभव
- स्ट्रेस से मुक्ति
- एकाग्रता बढ़ाना
- कुछ मिनटों के लिए हमेशा खुश रहना
- क्रिएटिविटी बढ़ाना
- ज्ञान बढ़ाना
ध्यान का महत्त्व
ध्यान अपने आप में आपके शरीर और मानसिक स्थिति का ध्यान रखने वाली एक आध्यात्मिक गति है। ध्यान में अपनी सोच को शांत कर के मन और शरीर को संतुलित करने का एक उचित तरीका होता है। ध्यान के द्वारा आप समस्याओं से निपटने की कला सीख सकते हैं। ध्यान से आप अधिक शक्तिशाली, अधिक शांत, अधिक मनोयोगी, अधिक क्रिएटिव हो जाते हैं।
ध्यान के साधक के कुछ अनुभव
ध्यान के एक साधक के लिए, वह एक खुश और शांत जीवन जीता है| उन्हें ज्यादा क़ामयाब अनुभव होता है, उनकी सोच शुद्ध होती है, उन्हें शांति और स्थिरता का भाग्य होता है| ध्यान करते समय वे मस्तिष्क को शांत करते हैं और शरीर का तनाव मुक्त करके आराम करते हैं| देखा गया है कि ध्यान करने वाले लोगों के स्वस्थ जीवन प्रदर्शन बेहतर होते हैं|
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